दिल की सेहत के लिए उचित आहार लेना जरूरी है।आपको हृदय रोग न हो और अगर आपको हृदय रोग हो तो आप कैसा भोजन करें यह जानना बहुत जरूरी है। DASH इटिंग प्लान यानी डायरटी अप्रोचिज टू स्टॉप हायपरटेंशन इटिंग प्लान, भारतीय शाकाहारी भोजन आदि हृदय के लिए बहुत अच्छी है। अगर आपका वजन कम है तो आपका वजन कम है तो आप रोजाना 35 कैलोरी/किलो और अगर आपका वजन अधिक है तो 25 कैलोरी/किलो के हिसाब से भोजन करें। आपके आहार में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन , विटामिन और वसा का सही संतुलन जरूरी।
स्वस्थ आहार की परिभाषा क्या है
क्लीनिकल नूट्रिशनिस्ट श्री मति इशी खोसला ने बताया कि स्वस्थ आहार का तात्पर्य है कि आपके भोजन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट्स, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और मिनरल्स की जरूरी मात्रा होनी चाहिए। कार्बोहाइड्रेट से शरीर को काम करने के लिए ऊर्जा मिलती है। सिंपल कार्बोहाइड्रेट के लिए शहद पीना फायदेमंद रहेगा और कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट के लिए साबुत अनाज का सेवन अच्छा रहेगा। प्रोटीन आपके शरीर का निर्माण करने में सहायक है। हेल्दी डायट में फाइबर एक जरूरी तत्व है।
थायराइड को रोकने में आहार की भूमिका
आयोडीन ग्रंथि यही तरीके से काम करती रहे इसके लिए जरूरी है कि आयोडीन युक्त भोजन अधिक किया जाए। इसके लिए आयोडीन युक्त नमक सबसे जरूरी चीज है। इसके साथ ही सी-फूड में भी प्रचुर मात्रा में आयोडीन होता है। मछली, अंडा और दूध आदि भी आयोडीन के अच्छे स्रोत हैं। वहीं ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन कम करना चाहिए जो आयोडीन को हमारी थायराइड ग्रंथि में जाने से रोकते है, जैसे- शलगम, गोभी और पत्ता गोभी।
थायराइड को कैसे करें कंट्रोल
थायराइड संबंधी सभी समस्याओं से बचना तो आसान नहीं, लेकिन खानपान के जरिए इससे होने वाली समस्याओं को नियंत्रित किया जा सकता है। थायराइड ग्रंथि को उचित आयोडीन आहार से ठीक रखा जा सकता है। सी-फूड और आयोडीन युक्त नमक आदि का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही बहुत ज्यादा वो खाना खाने से बचें जिससे घेंघा होने की संभावना हो। पत्ता गोभी, फूल गोभी और शलगम आदि से दूर ही रहें क्योंकि इससे घेंघा बनने की संभावना रहती है। हायपरथायराइडिज्म, या थायराइड कैंसर को रोका तो नहीं जा सकता है, लेकिन जैसे ही आपको इसका कोई लक्षण दिखाई दे फौरन डॉक्टर से संपर्क करें।