फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है

फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है…बस जिक्र करने का हक नही रहा…*******इक़ दर्द छुपा हो सीने में तो मुस्कान अधूरी लगती है,जाने क्यों बिन तेरे,मुझको हर शाम अधूरी लगती है.. फ़िक्र तो तेरी आज भी करते है तुमसे ऐसा

ZINDAGI SE ZYADA

Ishq tujhse karti hoon Main zindagi se zyada, Main darti nahi maut se Teri judaai se zyada, Chahe to azmale mujhe Kisi aur se zyada, Meri zindagi mein kuch nahi Teri mohabbat se zyada

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