जब से देखा है तेरी आँखों मे झाक कर,
कोई भी आईना अच्छा नहीं लगता,
तेरी मोहब्बत मे ऐसे हुए हैं दीवानें,
तुम्हें कोई और देखें अच्छा नहीं लगता…!!
देखकर तेरी आँखों को महसूस होता है, कि जैसे ये कुछ कहना चाहती है. देख कितनी मोहब्बत छिपी है इन आँखों में, क्यूँ इसको छुपाना चाहती है
Yogesh kumar – blog shyarijikratera