सदीयो से जागी आँखो को,
एक बार सुलाने आ जाओ..
माना की तुमको प्यार नहीं,
नफरत ही जताने आ जाओ..
जिस मोङ पे हमको छोङ गये,
हम बैठे अब तक सोच रहे..
क्या भुल हुई क्यो जुदा हुए,
बस यह समझाने आ जाओ..
सदीयो से जागी आँखो को,
एक बार सुलाने आ जाओ..
माना की तुमको प्यार नहीं,
नफरत ही जताने आ जाओ..
जिस मोङ पे हमको छोङ गये,
हम बैठे अब तक सोच रहे..
क्या भुल हुई क्यो जुदा हुए,
बस यह समझाने आ जाओ..
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