Ways to Increase Height & Grow Taller Fast Naturally in Hindi and English

Ways to Increase Height & Grow Taller Fast Naturally in Hindi and English

इन्टरनेट पे उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक भारत में  पुरषों की average height है 5 ft 3 in और महिलाओं की 5 ft.  खैर,  आंकडें जो भी कहें, हर कोई चाहता है कि उसकी हाइट अच्छी हो और यदि समय पर हाइट नहीं बढती तो इसके लिए थोडा परेशान होना स्वाभाविक है। इसी परेशानी को कुछ कम करने के लिए आज हम  लेख share कर रहे हैं, जो हमें height increase करने के  उपाय बताता है।
आज के दौर में हर आदमी चाहता है की उसकी लम्बाई अच्छी हो। जिन लोगों की हाइट कम होती है वे लोग अपने पर्सनालिटी में कुछ कमी सी महसूस करते हैं। ज्यादातर लोग यही सोचते हैं कि हम लोगों की लंबाई केवल 18 साल तक ही बढ़ सकती है पर ऐसा भी नहीं है कि 18 साल के बाद लम्बाई बिल्कुल नहीं बढ़ाई जा सकती हैं नियमित रूप से व्यायाम, पौष्टिक आहार के सेवन और कुछ नियमों का पालन करके हम अपनी लम्बाई को अवश्य ही कुछ और इंच तक बढा सकते हैं।
इसके अलावा अगर लंबाई बढानी है तो एक्सरसाइज करें और हेल्दी डाइट अपनाएं। इसके अलावा कई लोग अपनी लंबाई बढाने के लिये बाजार में मिलने वाली कई तरह की दवाइयों का भी सेवन करने लगते हैं जिससे तमाम साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। नीचे कुछ प्राकृतिक तरीके दिये जा रहे हैं जिसके बिल्कुल भी साइड इफेक्ट नहीं होगें और आपकी हाइट 18 साल के बाद भी बढ़ सकती है।
लम्बाई और स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए गेहूँ के दाने के बराबर मात्रा में चूना रोज दही, दाल या सब्जी में मिलाकर खाना चाहिए । या पानी में मिलाके पीना चाहिए । इससे लम्बाई और स्मरण शक्ति दोनों का ही विकास होता है। शरीर में चैतन्यता और चपलता आती है।
इस उपाय को करने से 3 माह में ही कद का बढ़ना शुरू हो जाता है , इसका नियमित रूप से सेवन करने वाले लोग त्रीव बुद्दि वाले और अच्छी लम्बाई वाले होते है । ( लेकिन पथरी के मरीज चूने का सेवन ना करें )
कद बढ़ाने के लिये सूखी नागौरी, अश्वगंधा की जड़ को कूटकर बारीक कर चूर्ण बना लें। बराबर मात्रा में खांड मिलाकर किसी टाईट ढक्कन वाली कांच की शीशी में रखें। इसे रात सोते समय रोज दो चम्मच गाय के दूध के साथ लें।
इससे दुबले व्यक्ति भी मोटे हो जायेंगे। कम कद वाले लोग लंम्बे हो सकते हैं। इससे नया नाखून भी बनना शुरू होता है। इस चूर्ण का सेवन करने से कमजोर व्यक्ति अपने अंदर स्फूर्ति महसूस करने लगता है। इस चूर्ण को लगातार 45 दिन तक लेते रहें। इससे मात्र 45 से 60 दिन में ही लम्बाई बढ़ जाती है । इस चूर्ण को शीतकाल में लेने से अधिक लाभ मिलता है।
मनुष्य को अपने हाथ तथा पैरों के बल झूलने तथा दौड़ने जैसी कसरतों के अलावा भोजन में प्रोटीन, कैल्शियम तथा विटामिनों की जरूरत बहुत आवश्यक है तथा पौष्टिक भोजन करने से लम्बाई बढ़ने में फायदा मिलता है।
 
Personality को निखारने में हाइट का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं जिनकी हाइट कम होती है वे अपनी हाइट को थोडा और बढ़ाना चाहते हैं। हाइट की कमी से आत्मविश्वास में भी कमी देखी जाती है। पुलिस, मॉडलिंग तथा सैन्य जैसी सेवाओं में अच्छी हाइट का होना जरुरी हैं। कई बार यह माना जाता है की लम्बाई एक निश्चित उम्र तक ही बढ़ सकती हैं या माता-पिता की हाइट के अनुसार ही बच्चों की लम्बाई होगी किन्तु यदि संतुलित एवं पौष्टिक आहार,व्यायाम एवं योग का नियमित अभ्यास तथा जीवन शैली में सही आदतें अपनाई जायें तो हम अधिकतम संभव हाइट को प्राप्त कर सकते हैं।

खान पान में सुधार करें / Diet for increasing Height in Hindi

शरीर की सही ग्रोथ एवं लम्बाई के लिए संतुलित एवंम पौष्टिक भोजन बहुत जरुरी हैं। लम्बाई बढ़ाने के लिए आहार के इन नियमो का पालन करें –
a) भरपूर प्रोटीन लें
लम्बाई बढाने के लिए प्रोटीन से भरपूर भोजन लेना जरुरी हैं। प्रोटीन मांस, मछली, सोयाबीन, मूंगफली, दालों आदि में प्रचुर मात्रा मे पाया जाता है।
b) खनिज लवण हैं जरुरी
हाइट बढाने के लिए कैल्शियम, जिंक, फोस्फोरस, मैग्नीशियम जैसे खनिज लवणों का नियमित सेवन जरुरी है। खनिज लवण हरी सब्जियों, ड्राई फ्रूट्स, फल, दही, छाछ आदि में भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
c) भरपूर विटामिन लें
शरीर के सही विकास एवं अच्छी हाइट के लिए आहार में संतुलित मात्रा में विटामिन ए, बी, सी, डी तथा अन्य विटामिन का होना बहुत जरुरी है। इसके लिए दूध, दही, अंकुरित अनाज, फल, सब्जियाँ आदि का नियमित सेवन करें।
d) भूखे ना रहें – भूखे रहने या खाने के समय को मिस करने से शरीर की ग्रोथ पर नकारात्मक असर पड़ता है। पूरे दिन के आहार को 5-6 बार में बाँट कर लें। इससे शरीर का मेटाबोलिज्म सुधरता है। शरीर पर फैट का जमाव नहीं होता है और लम्बाई बढ़ने के chances बढ़ते हैं।

लम्बाई बढ़ाने के लिए करें व्यायाम / Exercise for increasing Height in Hindi

a) नित्य व्यायाम एवं भ्रमण की आदत डालें
नियमित रूप से सुबह 15–20 मिनट walk पर जाना तथा व्यायाम करना मधुमेह, उच्च रक्त चाप, ह्रदय रोग, कोलेस्ट्रोल जैसी अनेक बीमारियों से बचाव रखने में उपयोगी साबित होता है। साथ ही शरीर की ग्रोथ तथा हाइट बढ़ाने में भी लाभदायक है।
b) रस्सी कूदें
रस्सी कूदना न सिर्फ वजन को नियंत्रित करता हैं। बल्कि हाइट को बढ़ाने हेतु भी बहुत उपयोगी व्यायाम माना जाता है। पाँव,कमर तथा पीठ की मांसपेशियाँ मजबूत बनती हैं। मेरुदंड में खिचाव होता है जिससे लम्बाई बढ़ने में सहायता मिलती है।
c) लटकने की एक्सर साइज करें
इसके लिए लोहे का पाइप या लकड़ी का डंडा जमीन से लगभग 7 फिट ऊपर बांधा जाता है।आप पेड़ की मोटी डाल या घर में मौजूद कोई लटकने लायक हिस्सा भी काम में ले सकते हैं। नियमित रूप से लटकने की एक्सरसाइज करने से रीड की हड्डी, पेट, छाती, पाँव की मांशपेशियों की अच्छी एक्सरसाइज होती हैं। हाइट बढ़ाने हेतु यह बहुत उपयोगी एक्सरसाइज है। इसका नित्य अभ्यास करना चाहिए।
d) दौडें
दौड़ना सम्पूर्ण शरीर के लिए बेहतरीन व्यायाम है। इससे वजन नियंत्रित रहता है। पाँव, कमर तथा रीड की हड्डियाँ व मांस पेशियाँ ताकतवर बनती हैं। हड्डियों का विकास होता हैं। जिससे शरीर की लम्बाई बढ़ने में सहायता मिलती है।
e) तैराकी करें
तैराकी ना सिर्फ मनोरंजन का साधन है बल्कि सम्पूर्ण शरीर का बेहतरीन व्यायाम है। इससे पूरे शरीर का रक्त संचार बढ़ता है। सम्पूर्ण शरीर की मांशपेशियों में खिचाव होता है। तनाव का स्तर कम होता है। भूख बढती है खाया पीया सही से हजम हो जाता है। लम्बाई बढ़ने में स्विमिंग से काफी सहायता मिलती है।

3.लम्बाई बढ़ाने के लिए करें योग / Yoga for increasing Height in Hindi

a) ताड़ासन
कद  बढाने के लिए ताड़ासन एक महतवपूर्ण आसन माना जाता है। इस आसन में खड़े होकर हथेलियों को जोड़कर ऊपर की और करते हुए एडियों को उठाते हुए पाँव के पंजो पर पूरे शरीर का वजन डाला जाता है। ताड़ासन के नियमित अभ्यास से पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है तथा रीढ़ की हड्डी, छाती तथा कन्धों की मांसपेशियाँ खिंचती हैं। पाँव की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं। लम्बाई बढ़ने में सहायता मिलती है।
 
b) भुजंगासन
इस आसन में पेट के बल लेटकर कमर के आगे के हिस्से को ऊपर की और उठाया जाता हैं। कमर तथा रीड की हड्डी की एक्सरसाइज तथा हाइट बढ़ाने के लिए यह उपयोगी आसन है।
c) पश्चिमोंत्तानासन
शरीर की लम्बाई बढाने हेतु पश्चिमोंत्तानासन का नियमित अभ्यास भी बहुत उपयोगी साबित होता है। इस आसन में जमीन पर बैठकर आगे की और झुककर पाँव के अंगूठों को हाथ से पकड़ा जाता है। कमर तथा पीठ की मांस पेशियाँ के लिए यह बहुत उपयोगी आसन हैं। इससे रीड की हड्डी में खिंचाव होता है। लम्बाई बढाने में सहायता मिलती है।
d) सूर्य नमस्कार
सूर्य नमस्कार का लाभ पूरे शरीर को मिलता है। यह एक सरल एवं उपयोगी आसन है। सूर्य नमस्कार से शरीर को विटामिन डी मिलता है जो हड्डियों की ग्रोथ के लिए बहुत जरुरी होता है जिससे लम्बाई बढ़ने में सहायता मिलती है शरीर के जोड़,मांसपेशियाँ तथा नाडियाँ मजबूत होती हैं।
ये योगासन किसी योग प्रशिक्षक से सीखे जा सकते हैं।

लम्बाई बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय / Ayurvedic Ways and Tips for Increasing Height in Hindi

a) अभ्यंग करें ( हाइट बढाने के लिए एक तरह का मसाज)
अभ्यंग यानि पूरे शरीर की मालिश करना सम्पूर्ण शरीर की सेहत के लिए अत्यंत उपयोगी है। इसके लिए सुबह की सूर्य की धूप में बैठकर जड़ी बूटियों से बने बला तेल, बादाम तेल आदि से पूरे शरीर की मालिश की जाती है। सूर्य की किरणों से विटामिन डी मिलता है तथा अभ्यंग से पूरे शरीर में रक्त संचार बढ़ता है। मांसपेशियाँ सशक्त एवं मजबूत बनती हैं। त्वचा स्निग्ध एवं चमकदार हो जाती है। हड्डियों का विकास होता है। जिससे स्वास्थ्य तो सुधरता ही है लम्बाई बढ़ने में भी सहायता मिलती है।
b) आयुर्वेदीय खानपान एवं लाइफ स्टाइल अपनायें
लम्बाई बढने का मुख्य कारण हमारे शरीर में स्थित Human growth hormone होता है जो की पीयूष ग्रंथी ( Pituitary Gland ) के अग्र भाग में निर्मित होता है। हममें प्रत्येक व्यक्ति की लम्बाई पूर्व निर्धारित होती हैं किन्तु पूरी कोशिस ना कर पाने की वजह से अपनी पूर्व निर्धारित हाइट को प्राप्त नहीं कर पाते। आयुर्वेद में प्रत्येक व्यक्ति के शरीर की प्रकृति, दोष, धातुओं आदि के अनुसार खानपान एवं लाइफ स्टाइल का निर्धारण किया जाता हैं जो सम्पूर्ण शरीर की सेहत सुधारने, बिमारीयों से बचाने तथा हाइट बढ़ाने में भी उपयोगी साबित होता है।
c) लम्बाई बढ़ाने में उपयोगी आयुर्वेद की जड़ी बूटियाँ

  • असगंध: असगंध पाउडर 5 ग्राम को बराबर मात्रा में खांड मिलाकर सुबह शाम दूध के साथ लेते हैं या असगंध क्षीरपाक विधि जिसमे 250 ग्राम दूध एवं 250 ग्राम पानी लेकर उसमे 5 –10 ग्राम असगंध पाउडर डालकर पकाते हैं। पानी जल जाने एवं दूध के शेष रहने पर मीठा मिलाकर पी लेते हैं।
  • आंवला: आंवला कैंडी या जूस के रूप में सेवन कर सकते हैं। आंवले में विटामिन सी, कैल्शियम,फॉस्फोरस आदि खनिज लवण प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। जो की शरीर के विकास एवं हाइट बढ़ाने में उपयोगी साबित होते हैं।

इसी तरह अन्य जडीबूटियां जैसे शतावरी, बला, गुडूची, अस्थि, श्रंखला, लाक्षा आदि आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में लेने पर शरीर की ग्रोथ तथा लम्बाई बढ़ाने के लिए फायदेमंद होती हैं।
d) आयुर्वेद की रसायन चिकित्सा
आयुर्वेद में बताई गई रसायन चिकित्सा लम्बी आयु, सेहत, बुद्धि तथा शरीर की समुचित ग्रोथ के लिए हमेशा से प्रसिद्द रही हैं। इनका सेवन अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में करने से उत्तम फायदा मिलता है।

पर्याप्त नींद ले

नींद के दौरान शरीर के tissues का नव निर्माण तथा रिपेयरिंग का कार्य होता है। गहरी नींद में human growth hormone के निर्माण की प्रक्रिया उत्तेजित होती है। यह हार्मोन हाइट बढ़ाने के लिए बहुत जरूरी होता है। गहरी नींद से तनाव का स्तर कम होता है। जिससे शरीर के विकास में सहायता मिलती है।

इम्युनिटी पावर बढायें

इम्युनिटी पावर कम होने से बच्चे तथा बड़े बार-बार बीमार पड़ते हैं जिससे शरीर की ग्रोथ रुक जाती है। जिससे हम अपनी निर्धारित हाइट को प्राप्त नहीं कर पाते। इसके लिए बचपन से ही टीकाकरण जरुरी है तथा सही डाइट एवं लाइफस्टाइल के साथ आयुर्वेद में बताये गए रसायन शरीर की रोगप्रतिरोधक शक्ति बढाने में फायदेमंद साबित होते हैं।

नशा ना करें

शराब, धूम्रपान , तम्बाकू आदि का सेवन सेहत के लिए अत्यंत घातक है इनके सेवन से human growth hormone के निर्माण में बाधा आती है जिससे लम्बाई बढ़ने की गति धीमी पड़ जाती है अतःकिसी भी प्रकार के नशे का सेवन ना करें।
मित्रों, आप इन उपायों को अपना कर निश्चित रूप से अपना कद अपने maximum potential तक बढ़ा सकते हैं। बस इन उपायों को अपनाते समय थोडा धैर्य रखियेगा। कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ समय के लिए आपकी हाइट बिलकुल भी नहीं बढती और फिर अचानक 1 साल में ही आपकी काफी growth हो जाती है। और इस बात का भी ध्यान रखियेगा कि तमाम प्रयसों के बाद आप जो height gain कर पा रहे हैं उससे संतुष्ट रहिएगा क्योंकि वो आपके शरीर की लम्बाई नहीं है जो आपके सफलता की ऊँचाई निर्धारित करती है! अपनी मेहनत और लगन से किसी भी कद का कोई भी इंसान बड़ी-से बड़ी कामयाबी हासिल कर सकता है और दरअसल यही मायने भी रखता है!
His articles have been published in Rajasthan Patrika and some other popular news papers.

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