मोहब्बत shayri

मोहब्बत shayri

खींच लेती है मुझे उसकी मोहब्बत;
वरना मै बहुत बार मिला हूँ आखरी बार उससे!

मोहब्बत shayari

ना तो पूरे मिल रहे हो ना ही खो रहे हो तुम,
दिन-ब-दिन और भी दिलचस्प हो रहे हो तुम !!

दाद देते हैं तुम्हारे नज़रअंदाज़ करने के हुनर को,
जिसने भी सिखाया, उस्ताद कमाल का था

हर कोई परख लेता है हर किसी को..
कुछ कह कर रिश्ते तोड़ देते हैं
कुछ चुप रह कर रिश्ते निभाते रहते हैं..!

क्या कशिश थी उस की आँखों में मत पूछो,
.मुझ से मेरा दिल लड़ पड़ा मुझे यह शख्स चाहिए!” ??

वो पसंद ही क्या ……जिसको पसंद आने के लिए खुद को बदलना पड़े….

टूटती सांसों के साज़
रात की तन्हाई में सुनाई देते हैं
दिल के धड़कने की आवाज़
जब कोई सुनने वाला नहीं होता

मोहब्बत ख़ूबसूरत होगी किसी और दुनियाँ में……|

इधर तो हम पर जो गुज़री है हम ही जानते हैं………||

हम ने सीने से लगाया दिल न अपना बन सका,
मुस्कुरा कर तुम ने देखा दिल तुम्हारा हो गया !!

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